बनारस के बारे में कुछ बातें ऐसी हैं जो इसको निराला बनती हैं और यहाँ को लोगों को इसका दीवाना, -शिव नगरी और धर्म नगरी कहलाने वाली इस नगरी में हर जगह अनेको मंदिर,मस्जिद,चर्च और गुरूद्वारे मिलेंगे !
Thursday, 31 May 2018
Tuesday, 22 May 2018
👉बीएचयू में कबड्डी और फुटबाल की कोचिंग का शुभारंभ, देश भर से 102 खिलाड़ी ले रहे हैं भाग
●भारत के खेल प्राधिकरण के सहयोग से खेल कोचिंग में छह सप्ताह के सर्टिफिकेट कोर्स का औपचारिक उद्घाटन बीएचयू के शारीरिक शिक्षा विभाग में हुआ। सर्टिफिकेट कोर्स का उद्घाटन कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने किया।
कुलपति ने कहा कि नैतिक मूल्यों को खेल के जरिये विकसित किए जाने की जरूरत है। छह सप्ताह के इस सर्टिफिकेट कोर्स में एथलेटिक्स, कबड्डी, फुटबाल और वॉलीबाल की कोचिंग कराई जाएगी।
इस कोचिंग में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल व नेपाल से करीब 102 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं जो कि अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कला संकाय प्रमुख प्रो. यूसी दुबे ने की।
उद्घाटन अवसर पर अर्जुन पुरस्कार विजेता व पूर्व भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान संजीव कुमार को कुलपति ने सम्मानित किया। कोर्स समन्वयक डॉ. राजीव व्यास ने पाठ्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। संचालन डॉ. विनायक कुमार दुबे और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अखिल मेहरोत्रा ने किया।
कुलपति ने कहा कि नैतिक मूल्यों को खेल के जरिये विकसित किए जाने की जरूरत है। छह सप्ताह के इस सर्टिफिकेट कोर्स में एथलेटिक्स, कबड्डी, फुटबाल और वॉलीबाल की कोचिंग कराई जाएगी।
इस कोचिंग में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल व नेपाल से करीब 102 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं जो कि अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कला संकाय प्रमुख प्रो. यूसी दुबे ने की।
उद्घाटन अवसर पर अर्जुन पुरस्कार विजेता व पूर्व भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान संजीव कुमार को कुलपति ने सम्मानित किया। कोर्स समन्वयक डॉ. राजीव व्यास ने पाठ्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। संचालन डॉ. विनायक कुमार दुबे और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अखिल मेहरोत्रा ने किया।
Monday, 21 May 2018
बनारस। छतीसगढ़ के दंतेवाडा में नक्सली हमले में शहीद हुए वाराणसी के सीआरपीएफ के जवान का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक आवास पहुंचेगा। नक्सली हमले में देश के लिए शहीद हुए वाराणसी और गाजीपुर के लाल को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धांजलि देते हुए दोनों परिवारों के परिजनों को 25 -25 लाख सहयता राशि के साथ परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का एलान किया है।
रविवार को छतीसगढ़ के दंतेवाडा में नक्सली हमले में सीआरपीऍफ़ के सात जवान शहीद हो गये। नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सड़क निर्माण सामाग्री पहुंचाने जा रहे सीआरपीएफ के जवानो का वाहन उड़ा दिया था। इस वाहन में वाराणसी के रविनाथ पटेल और गाजीपुर के अर्जुन राजभर भी मौजूद थे ये दोनों इस हमले में शहीद हो गये।
दोनों ही जवानो की शहादत की खबर गांव वालों को मिलते ही गांव में सन्नाटा छा गया। इन अमर जवानो की शहादत को सलाम करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के रविनाथ पटेल और गाजीपुर के अर्जुन राजभर के परिवार को मुआवज़े सहित सरकारी नौकरी का एलान किया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार दोनों ही जिलों के प्रभारी मंत्री शोक संतप्त परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे। कार्यालय के अनुसार दोनों ही शहीदों को 25-25 लाख रूपये, एक एक परिजन को सरकारी नौकरी के साथ साथ इनके गाँव का विकास आदर्श गांव के रूप में होगा।
दोनों ही जवानो की शहादत की खबर गांव वालों को मिलते ही गांव में सन्नाटा छा गया। इन अमर जवानो की शहादत को सलाम करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के रविनाथ पटेल और गाजीपुर के अर्जुन राजभर के परिवार को मुआवज़े सहित सरकारी नौकरी का एलान किया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार दोनों ही जिलों के प्रभारी मंत्री शोक संतप्त परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे। कार्यालय के अनुसार दोनों ही शहीदों को 25-25 लाख रूपये, एक एक परिजन को सरकारी नौकरी के साथ साथ इनके गाँव का विकास आदर्श गांव के रूप में होगा।
Sunday, 20 May 2018
Thursday, 17 May 2018
Thursday, 10 May 2018
बनारस। लोहता थानाक्षेत्र के कोरौता दलित बस्ती में उस समय हड़कंप मच गया जब एक युवक घायल अवस्था में बनकट रेलवे क्रासिंग के पास मिला। युवक के परिजनों ने पहले उसे एक निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया हालत चिन्ताजनक होने पर उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया था, जहां उसकी मौत होने के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गये और भदोही वाराणसी मार्ग पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से समझा भुझा कर जाम समाप्त करवाया।
इस सम्बन्ध में मृतक की मां ने बताया की मेरे लड़के मोहित के मोबाइल पर बुधवार की भोर में फोन आया और मोहित घर से निकल कर चला गया। सुबह घायल अवस्था में उसे राहगीरों ने बनकट पुलिया के पास पडा देखा तो हमें सूचित किया। हम लोग वहां पहुंचे और उसे एक निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया जहां स्थिति नाज़ुक होने पर उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। जहां मोहित ने दम तोड़ दिया।
मृतक की मां के अनुसार मोहित ने मरने के पहले बताया कि उसका जंसा क्षेत्र के भाडाये गांव की एक युवती से प्रेम था। यह प्रेम प्रसंग पिछले तीन साल से चल रहा था। आरोप है कि बुधवार की भोर में मोहित को बुलाकर लड़की के परिजनों ने बुरी तरह मारा पिटा और उसे घायल अवस्था में बनकट पुलिया के पास फेक कर चले गये। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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मौत की सूचना पाकर ग्रामीणों ने लोहता थाने पहुचकर तहरीर दिया जहां पुलिस ने घटना स्थल जंसा थाना क्षेत्र का बताया ततपश्चात ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए वाराणसी भदोही मार्ग कोरौता में दो घण्टे तक जाम लगा दिया। जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुचे थाना प्रभारी रामकुमार सिंह ने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया पर ग्रामीण नही माने। सूचना पर पहुचे SPRA अमित कुमार CO सदर अंकिता सिंह तथा SDM राजा तालाब मौके पर पहुँचकर ग्रामीणों को आश्वाशन दिया कि जल्द से जल्द हत्यारे गिरफ्तार होंगे तब जाकर ग्रामीणों ने जाम समाप्त किया।
फिलहाल मृतक मोहित की मां ममता देवी की तहरीर पर जंसा पुलिस ने सात लोगो के तेज बहादुर, राज बहादुर, खिचडु, गंगवा, चिंकू, सन्दीप, अविनाश पुत्र रामधार के ऊपर धारा 147,148, 34, 302 में मुकदमा दर्जकर दो को हिरासत में लेते हुए अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गयी है।
मंगलवार की मध्यरात्रि में हुए बवाल के बाद वाईस चांसलर ने किया छात्रों से अपील।
कुलपति ने परिसर में पिछले दिनों मंगलवार की मध्यरात्रि में हुए छात्रों के मध्य विवाद एवं उनसे उत्पन्न स्थिति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उक्त घटना में चोटिल हुए विश्वविद्यालय के छात्रों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
उन्होंने चोटिल छात्रों के शीघ्र स्वस्थ होने तथा उनके अपने-अपने परीक्षा में सम्मिलित होने की कामना की है उन्होंने अपील की है कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी आपस में सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखें जिससे इस प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना उनकी पुनरावृत्ति ना हो सके तथा विश्वविद्या लय परिसर में शैक्षणिक वातावरण कायम रहे।
Wednesday, 4 April 2018
बाबा साहेब के नाम पर सभी राजनीति करते हैं, लेकिन हमने उन्हें सम्मान दिया: पीएम मोदी
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के एससी/एसटी एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी पर रोक के फैसले के खिलाफ देश के कई राज्यों में दलित संगठनों की तरफ से बवाल मचा हुआ है। राजनैतिक दलों के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। इन सबके बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान डॉ. भीमराव आंबेडकर को याद करते हुए कहा कि डॉ. आंबेडकर का जितना सम्मान हमारी सरकार ने किया है उतना किसी और ने नहीं किया। पीएम मोदी ने कहा, 'हम डॉ. बाबा साहेब द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल रहे हैं। डॉ आंबेडकर के आदर्शों के मूल में शांति और एकता है। गरीब से गरीब के लिए काम करना हमारा मिशन है।'
We are walking on the path shown by Dr. Babasaheb Ambedkar. At the core of Dr. Ambedkar's ideals is peace and togetherness. Working for the poorest of the poor is our mission: PM Modi
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘बाबा साहेब जी के नाम पर सभी राजनीति करते हैं, लेकिन बाबा साहेब आंबेडकर को जितना मान सम्मान और श्रद्धांजलि हमारी सरकार ने दी है, उतना सम्मान किसी और सरकार ने कभी नहीं दिया।’ पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दलितों के मुद्दों को लेकर विपक्ष लगातार पीएम मोदी पर हमले कर रहा है।
बाबा साहेब जी के नाम पर सभी राजनीति करते है लेकिन बाबा साहेब आंबेडकर को जितना मान सम्मान और श्रद्धांजलि हमारी सरकार ने दी है, उतना सम्मान किसी और सरकार ने कभी नहीं दिया : श्री @narendramodi
दरअसल सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के बाद दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के दौरान देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुए और इनकी कीमत 12 लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी थी। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी एक्ट में हुए बदलावों को लेकर केंद्र सरकार द्वारा दायर की गई पुर्नविचार याचिका पर सुनवाई भी की और फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा, 'हम इस अधिनियम के खिलाफ नहीं हैं। बेकसूर को सजा नहीं मिलनी चाहिए।' न्यायालय ने कहा कि आंदोलन कर रहे लोगों ने फैसला उचित ढंग से नहीं पढ़ा है और वे निहित स्वार्थी तत्वों से गुमराह हो गए हैं। न्यायालय ने कहा कि हमने कानून के प्रावधानों को नरम नहीं किया है, बल्कि निर्दोष व्यक्तियों की गिरफ्तारी के मामले में उनके हितों की रक्षा की है। सुप्रीम कोर्ट ने सभी दलों से दो दिनों के भीतर विस्तृत जवाब देने के लिए कहा है। 10 दिन बाद फिर से इस मसले पर सुनवाई की जाएगी।
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