वाराणसी (जागरण संवाददाता)। राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह, रामनगर में शनिवार
सुबह नहाने के दौरान शुरू हुआ विवाद कर्मचारियों और किशोर बंदियों के बीच
मारपीट में तब्दील हो गया। जिसमें पांच कर्मी घायल हो गए। केयर टेकर
सुरेंद्र सिंह की हालत गंभीर बताई जा रही है। बंदियों ने परिसर में खड़ी
बाइक में आग लगाने के साथ तोड़फोड़ की और दो कर्मियों को बंधक भी बना लिया।
बवाल के बाद मची अफरा-तफरी का फायदा उठाते हुए दो बंदी फरार हो गए।
हालांकि, दुराचार के आरोप में निरुद्ध चंदन बिंद को पुलिस ने पकड़ लिया।
वहीं किशोर बंदी ने कहा कि वह खुद चला आया। जबकि छिनैती के आरोपी सनी चौहान
को पुलिस तलाश रही है। अधीक्षक क्षमानाथ राय ने बवाल को लेकर 13 बंदियों
के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। उधर, बंदियों ने घटिया खाने व अप्राकृतिक
यौनाचार का आरोप लगाया है।
जमकर चले ईंट-पत्थर: रामनगर संप्रेक्षण गृह में सुबह करीब छह बजे किशोर
बंदियों को नहाने के लिए घंटी बजाई गई। करीब 10 बंदी नहा रहे थे कि उनका
केयर टेकर से विवाद हो गया जो इतना बढ़ा कि मारपीट शुरू हो गई। देखते ही
देखते ईंट-पत्थर चलने लगे। मारपीट में केयर टेकर सुरेंद्र बहादुर सिंह,
प्रकाश चंद्र निषाद, भोलानाथ, संविदाकर्मी विकास सिंह और संतोष कुमार घायल
हो गए।
कंप्यूटर कक्ष तहस-नहस: भड़के बंदियों ने एक कर्मी की बाइक फूंकने के बाद
कंप्यूटर कक्ष तहस-नहस कर दिया। चौकी-मेज, कुर्सी, अग्निशमन यंत्र व टीवी
आदि तोड़ रसोइया और एक सुरक्षा गार्ड को बैरक में बंदी बना लिया। अधीक्षक
क्षमानाथ राय ने पुलिस को बवाल की सूचना दी। इसके बाद एसएसपी, एसपी सिटी,
एसडीएम, एसडीएम सदर सहित बड़ी संख्या में फोर्स मौके पर पहुंची।
एसएसपी ने की काउंसिलिंग: एसएसपी नितिन तिवारी ने मैदान में बैठा कर
संप्रेक्षण गृह के बंदियों की काउंसिलिंग की। एसएसपी के समझाने के बाद
बंदियों ने कुक व सुरक्षा गार्ड को घंटों बाद छोड़ा। संप्रेक्षण गृह में
125 किशोर बंद हैं और सुरक्षा में तीन सुरक्षाकर्मी थे। अधीक्षक ने कहा कि
सभी बंदी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं।
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