दावे किए जा रहे थे कि जीएसटी लागू होने ने फिल्म इंडस्ट्री की कमर टूट जाएगी, लेकिन वाराणसी की सिनेमा इंडस्ट्री सरकार के इस फैसले से खुश है. खासकर भोजपुरी सिनेमा की तो बल्ले बल्ले हो गई है. क्योंकि अब तक उत्तर प्रदेश में मनोरंजन कर के रूप में लगभग 66 प्रतिशत टैक्स वसूला जाता था, जो कि कम आय वाले दर्शकों के लिये बहुत ज़्यादा था.
इसको कम करने के लिए समय-समय पर मांग भी उठती रही थी लेकिन किसी भी सरकार में ये टैक्स काम नहीं हुआ. अब जीएसटी में यह टैक्स 66 प्रतिशत से घट कर 18 प्रतिशत हो गया है. लगभग एकतिहाई से ज़्यादा टैक्स के हट जाने से सिनेमा उद्योग से जुड़े लोग बड़ी राहत महसूस कर रहे हैं. ये राहत भोजपुरी सिनेमा में अग्रणी वाराणसी का 'आनन्द मंदिर' को भी मिली है. लिहाजा उसने उतना ही बड़ा फैसला लिया है और ये पूरी राहत अपने दर्शकों को देने का ऐलान कर दिया है.
इस सिनेमा हाल में टिकट की दर पहले भी बहुत काम थी अब जीएसटी में टैक्स की कटौती के बाद, सिनेमा मालिकों की तरफ से छूट में मिला पूरा टैक्स दर्शकों को देने से अब टिकट की कीमतें और भी कम हो गई हैं.
नई दरों के तहत वर्तमान में 70 रुपये का टिकट घटकर 50 रुपये, 60 रुपये का टिकट घटकर 40 और 50 रुपये वाला टिकट 35 रुपये का हो जाएगा. सिनेमा प्रबंधन का विश्वास है कि टिकट दर में इस कमी से भोजपुरी फ़िल्म के दर्शकों को बड़ी राहत मिलेगी और दर्शको की संख्या बढ़ेगी जिसका पूरा लाभ भोजपुरी फ़िल्म उद्योग को होगा.
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