बनारस की जिंदादिली सर्वत्र मशहूर है.. ये विश्व का अकेला ऐसा शहर है जहाँ जिंदगी के साथ मौत का भी उत्सव मनाया जाता है.. यानि बनारसी हर अच्छी-बुरी प्ररिस्थितियों को जश्न के रूप में हँसते-हँसते बिता देता है.. वर्ष भर अपनी मस्ती में डूबा रहने वाला बनारस इन दिनों गंगा के बढ़ रहे जल स्तर से डूबा-डूबा सा ज़रूर दिखाई पड़ रहा है लेकिन यहाँ किसी के हौसलों में कोई कमी नहीं नज़र आती.. हमेशा की तरह यह तीनों लोकों से न्यारा शहर मस्त है और व्यस्त है!
साभार-मनीष खत्री जी
#ॐ
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